अर्थ : चीड़ नामक वृक्ष से निकलने वाला गोंद।
उदाहरण :
गंधाबिरोजा मानव के लिए उपयोगी होता है।
पर्यायवाची : कुंदरू, गँधाबिरोजा, गंधबिरोजा, गंधाबिरोजा, गन्धबिरोजा, गन्धाबिरोजा, चंद्रस, चन्द्रस, दारूगंध, दारूगंधा, बिरोजा, रक्तशीषक, वृक, वेष्ट, वेष्टक, वेष्टसार, शिखिकुंद, शिखिकुन्द, श्रीवास, श्रीवाससार, श्रीवासा, श्रीवेष्ट, श्रीवेष्टक, श्लेष्मी, सरल, सलई
अर्थ : चीड़ के वृक्ष से निकला हुआ तेल जो औषध आदि के काम में आता है।
उदाहरण :
लकड़ी पर तारपीन लगाने से उसमें कीड़े नहीं लगते।
पर्यायवाची : तारपीन, तारपीन का तेल, तारपीन तेल, श्रीपिष्ट, श्रीवास, श्रीवाससार, श्रीवेष्ट, श्रीवेष्टक
अर्थ : एक बहुत बड़ा पेड़ जिससे अलकतरा और तारपीन की तरह का तेल निकलता है।
उदाहरण :
देवदार की लकड़ी मज़बूत होती है।
पर्यायवाची : अमरकाष्ठ, अमरतरु, अमरदारु, इंद्रदारु, इन्द्रदारु, दयार, देवकाष्ठ, देवदार, देवदारु, पीतुदारु, पुतुद्र, पूत-द्रु, पूतद्रु, पूतिकाष्ठ, महादारु, माचीक, शक्रदारु, शक्रनेमी, श्रीवास, सुपुष्प, सुरदारु, सुरद्रु
अर्थ : पानी में होने वाले एक पौधे का पुष्प जो बहुत ही सुन्दर होता है।
उदाहरण :
सरोवर में कई रंगों के कमल खिले हुए हैं।
कमल से सरोवर की शोभा बढ़ जाती है।
पर्यायवाची : अंबुज, अंभोज, अब्ज, अम्बुज, अम्भोज, अरविंद, अरविन्द, अर्कबंधु, अर्कबन्धु, आस्यपत्र, इंदंबर, इंदीवर, इन्दम्बर, इन्दीवर, कँवल, कंज, कमल, कमलिनी, कुंद, कुन्द, जलरुह, जलेज, जलेजात, तामरस, नलिन, नीरज, पंकज, पंकजन्मा, पंकजात, पद्म, पयोज, पर्णसि, पाथोज, पिंडपुष्प, पिण्डपुष्प, पुरइन, पुष्कर, प्रफुला, प्रफुल्ला, रवींद, रवीन्द, राजीव, वनरुह, वारिज, वारिरुह, शतदल, शतपत्र, शृंग, श्रीगेह, श्रीधाम, श्रीवास, सरोज, सलिलज
अर्थ : जल में उत्पन्न होने वाला एक पौधा जो अपने सुन्दर फूलों के लिए प्रसिद्ध है।
उदाहरण :
बच्चे खेल-खेल में सरोवर से कमल उखाड़ रहे हैं।
पर्यायवाची : अंज, अंबुज, अंभोज, अम्बुज, अम्भोज, अरविंद, अरविन्द, इंदंबर, इंदीवर, इन्दम्बर, इन्दीवर, कँवल, कमल, जलरुह, जलेज, जलेजात, तामरस, नलिन, नीरज, पंकज, पंकजन्मा, पंकजात, पंकेज, पंकेरुह, पद्म, पयोज, पाथोज, पुरइन, पुष्कर, प्रफुला, प्रफुल्ला, रविनाथ, रवींद, रवीन्द, वारिज, वारिरुह, शतदल, शतपत्र, शशिपुष्प, शृंग, श्रीगेह, श्रीधाम, श्रीवास